किसी के लिए कितना भी करो शायरी (Kisi ke liye kitna bhi karo quotes,shayari and status)
आज की इंसानी फितरत पहले से बिलकुल बदल चुकी है आज Kisi ke liye kitna bhi karo आखिर तक उससे ये ही सुनना पड़ता है की उसने मेरे लिए क्या किया और इसी तरहा सभी अहसानो को भुला दिया जाता है। इसलिए आज हर व्यक्ति की इसी तरह की छवि को देखते हुए आपके लिए लेकर आया हूँ। वो शायरी,कोट्स जिसमे दर्शाया जायेगा की किसी के लिए कितना भी कर दो आखिर कम ही होता है। तो चलिए वर्तालाप के चपु को यही रोकते हुए आपको बताते है Kisi ke liye kitna bhi karo quotes जिनके लिए में आशा करूँगा की वो आपको पसंद आये अगर कोई भी पसंद हो तो बदल दीजिये आपनो वो पुराने वाला whatsapp status .
किसी के लिए कितना भी करो शायरी [status 2020] Kisi ke liye kitna bhi karo quotes
किसी के लिए कितना भी करो कोट्स फॉर व्हाट्सप्प स्टेटस इन इंग्लिश
हजार काम सही कर अगर एक काम में गलती करदो लोग उन सभी सही कामो को भुला बैठते है।
" hajar kam shi kr agr ek kam me galti kardo log un sbhi sahi kamo ko bhula bethte ha"
प्यार की कदर करने वाले जीना जानते है बाकी सबको तो आप सब भी पहचानते।
"pyar ki kadr karne wale jina jante ha baaki sabhi ko to aap bhi phachnte ha"
आज का इंसान ऐसा ही साहब जिसके लिए दुआ करो उसकी दुआओ में अपने लिए गाली ही मिलती है। - अज्ञात
"aaj ka ensan esa hi sahab jiske liye duaa karo uski duaao me apne liye gaali hi milti ha"
किसी की इतनी परवाह भी ना करो साहब भलाई का ताज सतयुग में पहनाया जाता था अब तो किसी के लिए कितना भी कर दो वह तब भी कम ही होता है।
"kisi ki etni pravah bhi na karo kyuki bhalae ka taaj satyug me phanaya jata tha ab to kisi ke liye kitna bhi krdo tab bhi kam hi hoga"
गले लगाना तो बस एक कला है बाकि पीठ पीछे तो हर कोई तुझसे जला है।
"gale lgana to bs ek kla ha baki pith piche to har koi tujhse jla ha"
किसी के लिए तुम चाहे अपनी जान न्योछावर कर दो परन्तु वह उस पड़ी लाश में भी अपने मतलब की सोचेगा।
सच्चे प्यार की कदर नहीं दुनिया को दुनिया तो बस तेरा इस्तेमाल जानती है।
कोई तुम्हे तब तक ही याद रखता है जब तक उसे तुझसे मतलब होता है। - अज्ञात
अब तो हर रिश्ते सार्वजनिक से लगते है क्यूंकि उन्हें भी हमारी अपना काम निकलवाने के वक्त ही याद आती है।
बेटे के लिए पिता कितना भी अधिक कर ले परन्तु बेटे को वो हमेशा कम ही लगता है।
जिसे तुम अपना मानते हो बुरे वक्त में उसी को जल्दी जानते हो
इतना प्यार मत कीजिये साहब यहाँ तो जान देने वालो को भी बेवफाई का दाग ही मिलता है।
"etna pyar mt kijiye sahab yhan to jaan dene walo ko bhi bewfae ka dag milta ha"
बाप बड़ा बेटा बेटा कहे फिरता है अरे उसे तो उस पिता के पसीन क़दर तो नहीं मालूम।
अक्सर नफरत उसी को मिलते है जो अपनों में प्यार लुटाता है।
"akasr nafart usi ko milati ha jo apno me pyar lutataa ha"
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[किसी लिए कितना भी करलो शायरी] Kisi ke liye kitna bhi karo quotes for whatsapp status
किसी को खुदा मानो तो वो राक्षसों से भी बदतर व्यवहार करता हैजिसकी सलामती की दुआ करो वहीं साला पीठ पीछे वार करता है।
सभी रिश्तों को अच्छे से जान लिया हैहर एक इंसान को मेने पहचान लिया हैजानता नहीं था में पहले ये शायदकिसी के लिए कितना भी करलो कम ही होता हैइन नज़ारों को देख अब ये भी मेने मान लिया है।
किसी के लिए कितना भी करो सब एक दिन भूल जाना होता हैतसली कर देख लेना ज़नाब .......इसी तरह का ये खुदगर्ज जमाना होता है।
उनके लिए तो सिर्फ हम एक प्यादे हैपता होने पर भी .......प्यार के खेल में हमारे तो नेक इरादे है
अब तो हर खेल पुराना लगता हैगम भरे दिल को भी औरों से छिपाना पड़ता है।
बुराई के इसी जमाने में भले को कौनजानता हैभले आदमी के कार्यो को अक्सर कौन पहचानता है।
किसी का कितना भी करदो सब कम ही लगता हैसच्चे प्यार को पाने वाले के हाथ सिर्फ और सिर्फ गम ही लगता है।
प्यार में ही क्यों इतना घटिया काम होता है ,किसी के लिए कितना भी करदो सब हराम होता है।
प्यार के बदले लोग दिल जलाना जानते हैजख्मों पर मरहम की बजाय उसे और दुखाना जानते हैं।
इसी जिंदगी में हम ऐसा काम कर देंगेक़दर तो नहीं है उन्हें हमारी परजितनी बाकी है ये जिंदगी भी उन्ही के नाम कर देंगे।
प्यार में तो तन मन और धन सब उनके नाम कर रखा हैपर कोई उनसे पुछेलें ये अगर तो कहते है। ......ओ इतना सब देकर उसने मुझ पर कोनसा बड़ा ऐहसान कर रखा है।
मेरे मरने का उस पर क्या फर्क पड़ेगामेरे बाद भी किसी और से वह इसी तरह लड़ेगा।
अपनी खुशियों को छोड़ उनके ग़मों को गले लगाया करते थेउनकी रोती हुई आँखों को भी सीने से लगाया करते थेपर अब भूल गये वो सारी बातेंजिन्हे सुन कर अक्सर वो मुस्कुराया करते थे।
मतलब होता तो तुम झट से नजदीक आ जाया करते थेमतलब निकला बस तुरन्त ही तुम भाग जाया करते थे।
सच ही कहा है ....... किसी ने कीमतलबी लोग यहां पर , मतलबी जमानाभूल जाते सब यहां पर ,अपनापन है एक बहाना
किसी के लिए कितना भी करो वो बीच राहों में छोड़ ही जाता हैना जाना ऐसा वो क्यों करता है कोई पूछो उससे वो क्या चाहता है
वा रे मतलबी इंसान ......बात बने तो पाजी - पाजी कहलेंगेऔर ना बने तो तो ना-जी ना-जी कहके निकल लेंगे।
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