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aristotle quotes in hindi |
अरस्तु के विचार : - प्रिय पाठको आज आपको भौतिकी विज्ञान और जीव विज्ञान के एक महान वैज्ञानिक अरस्तु के दुवारा बताये गयें कुछ सुविचार बताऊंगा। परन्तु arastu ke suvichar पढ़ने से पहले में आपको इनके बारे में थोड़ी जानकारी बताना चाहूंगा। क्यूंकि अगर आपको इनके थोड़ा पता हो तो आपको इनके ये बेहतरीन अनमोल सुविचार और भी अच्छे लगेंगे। तो चलिए शब्दो को यहीं लगाम देते हुए आपको बताते है
अरस्तु का जीवन परिचय :-
अरस्तु का जन्म 384 ईसा पूर्व स्टेगेरिया नाम के एक नगर में हुआ। वे एक यूनानी दार्शनिक विचारक थे उन्होंने भौतिकी, आध्यात्म, कविता, नाटक, संगीत, तर्कशास्त्र, राजनीति शास्त्र, नीतिशास्त्र, जीव विज्ञान सहित कई विषयों पर रचनायें की है।
जिन कारण से ये पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा प्रशंशनीय थे, आपको बतादें अरस्तु अपने समय के सबसे बुद्धिमान व्यक्ति थे। अरस्तु के पिता जी मकदूनिया राज्य के शाही वैद्य थे उनका निधन अरस्तु के बचपन में ही गया था। 17 वर्ष की उम्र में पिता के बाद अरस्तु के घरवालो ने शिक्षा पुरी करने के लिए बौद्धिक शिक्षा केंद्र में भेज दिया।
अरस्तु को खोज करना अत्यधिक पसंद था इसी कारण उन्होंने विभन्न क्षेत्रो में अपनी पहचान बनाई। उसके बाद उन्होंने अपोलो के मन्दिर के पास एक विद्यापीठ की स्थापना और अपना बचा हुआ जीवन वही व्यतीत किया। फिर लगभग 62 वर्ष की उम्र और 322 ईसा पूर्व उनकी मृत्यु हो गयी।
अरस्तु की प्रमुख कृतियां :-
पोलिटिक्स , निकोमचेँ एथिक्स ,यूदेमियन एथिक्स ,रहेतोरिक , पएटिक्स , मेटाफिजिक्स ,प्रोब्लेम्स , हिस्ट्री ऑफ़ एनिमल्स , पार्ट्स ऑफ़ एनिमल्स , मूवमेंट ऑफ़ एनिमल्स , प्रोग्रेशन ऑफ़ एनिमल्स , जनरेशन ऑफ़ एनिमल्स ,सेंस एंड सेंसिबिलिया, ऑन मेमोरी ,ऑन स्लीप ,ऑन ड्रीम्स ,ऑन दिविनेशन इन स्लीप , ऑन लेनथ एंड शोर्तनेस ऑफ़ लाइफ , ऑन यूथ , ओल्ड ऐज , लाइफ एंड डेथ एंड रेसिपिरेशन , फिजिक्स ,ऑन दी हेअवेंस ,ऑन जेंराशन एंड करप्शन , मेतेरोलोजी, ऑन दी यूनिवर्स,ऑन दी सोल आदि।
अरस्तु के सुविचार [arastu ke vichar] arastu quotes in hindi
अरस्तु के शिक्षा पर विचार [aristotle quotes on education]
शिक्षा की जड़े कड़वी है मगर इसे प्राप्त फल मीठे होतें है। - अरस्तु
शिक्षित और अशिक्षित में अगर अंतर् करे तो ये जीवित और मृत के समान प्रतीत होते है। - अरस्तु
अंधकार रूपी समय को त्याग अपने प्रकाश रूपी समय की और ध्यान दो। - अरस्तु
आपकी श्रेष्ठता आपका गुण नहीं अपितु ये तो आपकी आदत है। - अरस्तु
आपकी आदत और आपका अभ्यास ही आपको उत्कृष्ट बनता है - अरस्तु
अरस्तु के क्रांति संबंधी विचार[aristotle revolution on quotes]
बिना साहस के कुछ भी संभव नहीं ,प्रतिष्ठा के उपरांत साहस ही हमारे मस्तिष्क का सबसे उत्तम गुण है। - अरस्तु
किस काम की एक अच्छी शुरुआत उस काम के आधे हो जाने के बराबर है - अरस्तु
में शूरवीर वो है जो दुश्मन पर नहीं लेकिन अपनी इच्छाओं पर जीत जरूर हासिल करे ,क्यूंकि ये जीत आपकी सबसे कठिन जीत है। - अरस्तु
सीखना कोई बच्चों का खेल नहीं है; बिना कष्टों और पीड़ाओं सीखना एक कल्पना मात्र है। - अरस्तु
क्रोध तो प्राकृतिक है कोई भी क्रोध कर सकता है - यह आसान है परन्तु सही व्यक्ति सही सीमा और समय पर एक उद्देश्य के साथ उचित तरीके से क्रोधित हो ये सब के काबू की बात नहीं और ऐसा करना हर किसी के लिए आसान भी नहीं है - अरस्तु
अरस्तू के राजनीतिक विचार [aristotle political on quotes]
उन 50 दुश्मनो की दवा आपका सिर्फ एक मित्र है।
निर्धनता और गरीबी क्रांति,जुर्म और अपराध की जनक है
नौकरी और काम में प्रसन्नचित्त मन आपको अपने कार्य में और श्रेष्ठ बनता है।
जीवन में घटने वाली असमान घटनाओं को अपनी मर्यादा और अपने प्रभु की कृपा समझ स्वीकारने वाला ही एक आदर्श व्यक्ति है।
खुशी और प्रसन्नता हर जीवन का मतलब और प्रयोजन होता है, ये ही जीव के जीवन का सम्पूर्ण लक्ष्य और मानव अस्तित्व।
अरस्तू के बेहतरीन थॉट [Arastu Ke behtarin thought]
असमानता का सबसे खराब रूप असमान चीजों को समान बनाना।
"इंसान के सभी काम इन सात कारणों में से किसी एक या अधिक कारणों से प्रेरित होते हैं: मौका, प्रकृति , मजबूरी या जरूरत , आदत, कारण , जुनून तथा प्रबल इच्छा।" ~ अरस्तु
ख़ुशी,आनन्द और प्रसन्नता सब खुद के ऊपर निर्भर होता है
जो जानता है वो कुछ कर दिखता है और समझने वाले सिर्फ सीखते है।
एकांत को पसंद करने वाला उसी में खुश रहने वाला या तो जानवर है या फिर भगवान।
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