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विश्वेश्वरैया के अनमोल विचार |
पूरा नाम | मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया |
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जन्म | 15 सितम्बर 1860 |
जन्म स्थान | चिक्काबल्लापुर (कोलार) |
सम्मान | भारत रत्न |
एजुकेशन | इंजीनियरिंग |
किताब | रिकंस्ट्रक्टिंग इंडिया, प्लान्ड इकॉनामी फॉर इंडिया( 1935) |
म्रुत्यु | 14 अप्रैल 1962 |
engineers day के इस खास अवसर पर आज आपको भारत के महान अभियन्ता श्री मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया जी दुवारा बताये गए अनमोल विचारों को आपके साथ शेयर करूँगा। जो मेरे विचार से आपको अत्यधिक पसंद आएंगे।परन्तु शुरू करने से पहले म आपके इस सवाल का जवाब आपको दिये चलता हूँ।
विश्वेश्वरैया मैसूर कर्नाटक में जन्मे एक तेलुगु गरीब परिवार के सदस्य थे। जिन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर समाज की भलाई के लिए कई कार्य किये जो काफी सराहनीय है।उनके इन्ही सब कार्यों को देखते हुए उन्हें भारत रत्न जैसा एक सर्वोच्च सम्मान भी मिला है जिनके वे वास्तव में हक़दार भी थे। उन्होंने अपने पुरे जीवन काल में लोगो की ही सेवा की है।
इनके बारे में और अधिक जानकारी के लिए ये पढ़े -> मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया
मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के अनमोल विचार - thoughts of Mokshagundam Visvesvaraya
ग्रोथ बिना गोल सेटिंग्स के कभी नहीं आती।
जिन लोगों के पास gols नहीं होता ना.... उनकी जिंदगी गोल होती है।
इंसान हमेशा अपनी औकात के बराबर कमाता है।
पैसा कमाना और पैसा संभालना दोनों अलग अलग बात है।
Time बढाकर अधिक पैसे नहीं कमाए जा सकते, Value बढ़ाकर अधिक पैसे कमाए जा सकते हैं।
लोग doubt की वजह से नहीं हारते, लोग निर्णय लेने की क्षमता के आधार पर हारते हैं।
पैसा कमाना important नहीं है, पैसा कमाने के लिए कैसा आदमी होना चाहिए... वैसा.. आदमी होना महत्वपूर्ण है।
अच्छी आदतें डालनी पड़ेगी.. बुरी आदतें अपने आप बन जाती हैं।
आप अपने भविष्य बना... ही नहीं सकते... आप बस अपनी आदते बना सकते हैं और आदते आपका भविष्य बनाती है।
सफलता उन्हीं कामों को करने से मिलती है, जिन्हें करने का मन नहीं करता।
इंसान को अपनी औकात और अतीत कभी नहीं भूलना चाहिए, वो इंसान जिंदगी में हमेशा कामयाब रहता है।
जहां आप पहुंचना चाहते हो, वहां पहुंचने से पहले आप को रूकना जरूरी नहीं है।
जितने भी कम्युनिकेशन की चीजें हैं वो आपकी सेवा के लिए हैं, आप उनके सेवक नहीं होने चाहिए।
हर पतंग को एक दिन कचरे के डिब्बे में जाना होता है; लेकिन उससे पहले एक दिन आसमान छूकर दिखाना होता है।
आप की कमाई आपकी पर्सनालिटी से ऊपर कभी नहीं छलांग मार सकती।
लोग सोचते हैं पैसा कमाने के लिए कोई बहुत मुश्किल रास्ते होते होंगे। नहीं... नहीं... यार! मुश्किल कुछ भी नहीं होता.... आसान- आसान रास्तों पर अगर आप लगातार.. और लगातार चलते रहें तो पैसे आने शुरू हो जाते हैं।
जो आदमी मन के साथ जीता है वो साधक नहीं होता, जो आदमी संकल्प के साथ जीता है वो साधक होता है।
अगर आपको मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया जी के विचार अच्छे लगे तो कमेंट में आपके पसंदीदा विचार को लिखिए और उसके साथ अगर आपको और कोट्स पढ़ना पसंद है हमें फेसबुक ,टिवटर और इंस्टाग्राम पर जरूर फॉलो करे।
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