चंद्रशेखर आजाद के अनमोल विचार और जीवनी - chandrashekhar azad quotes,slogan and biography in hindi
आज महान चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर उनको याद करते हुआ उनके जीवन (Chandrasekhar Azad Biography) के बारे में थोड़ा जानने की और उनके द्वारा बोले गये उन अनमोल विचारों (quotes) को याद करने की कोशिश करते है।⇒ interesting facts in hindi
आज जो हम इस स्वतन्त्र जीवन रूपी वतावरण में श्वांस ले रहे है। वो उन वीरों ने हमें अपना बलिदान देकर एक बड़ा तोहफा दिया है और उन्ही बलिदानियों में से एक वीर है " चंद्रशेखर आजाद " जिन्होंने हमारी स्वतंत्रता के लिए वो महान कार्य किए है जिस वजह से आज भी वो हमारे दिलों पर राज कर रहे है और ऐसा हो भी ना क्यूँ जिस व्यक्ति ने अपनी जान की परवा किये बिना हमे आज़ादी दिलाने की लड़ाई लड़ी और उसमे अपने अनोमल जीवन को गवा दिया उस महान व्यक्ति याद ना करना गलत होगा। तो चलिए आज उनकी पुण्य तिथि पर उनके बारे में थोड़ा जानने की कोशिश करे और उनके दुवारा दिये गए उन सभी अनमोल विचारों को जाने जो हमारे लिए प्रेरणा के स्रोत हो सकते है।
Chandrashekhar Azad Biography In Hindi - चंद्रा शेखर आजाद की जीवनी
chandra shekhar azad childhood
महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद का जन्म भावरा गाँव जिसका वर्तमान में अलीराजपुर नाम है उसमे 23 जुलाई सन 1906 में हुआ। बचपन से ही बालक " चंद्र शेखर आजाद " निशानेबाजी में निपूर्ण रहें है। क्यूंकि उन्होंने अपना बचपन भावरा गाँव में रहने वाले भीलों के बच्चो के साथ बिताया है अतः उन्होंने वही से ही धनुष बाण से निशानेबाजी में निपूर्णता हासिल की है।
वे बचपन से ही देश भक्त रहे है और अहिंशा का मानने वाले रहे है परन्तु देश को स्वतन्त्र कराने के लिए उन्होंने बचपन में ही अहिंशा को भुला कर क्रांति की और अपना मुख मोड़ लिया और बनारस में एक क्रांतिकारी दल में शामिल हो गये।
जब असहयोग आंदोलन की शुरुआत हुई तब अपने क्रन्तिकारी भाइयों के साथ चंद्रशेखर आजाद भी सड़को पर निकल आये जिस कारण उन्हें पहली बार अरेस्ट किया गया और उन्हें बेंत की सजा दी गयी उस वकत उनकी उम्र सिर्फ 15 या 16 वर्ष होगी जिस वक्त उन्हें स्वतंत्रता के लिए बेंत खाने की सजा मिली।
वे बचपन से ही देश भक्त रहे है और अहिंशा का मानने वाले रहे है परन्तु देश को स्वतन्त्र कराने के लिए उन्होंने बचपन में ही अहिंशा को भुला कर क्रांति की और अपना मुख मोड़ लिया और बनारस में एक क्रांतिकारी दल में शामिल हो गये।
जब असहयोग आंदोलन की शुरुआत हुई तब अपने क्रन्तिकारी भाइयों के साथ चंद्रशेखर आजाद भी सड़को पर निकल आये जिस कारण उन्हें पहली बार अरेस्ट किया गया और उन्हें बेंत की सजा दी गयी उस वकत उनकी उम्र सिर्फ 15 या 16 वर्ष होगी जिस वक्त उन्हें स्वतंत्रता के लिए बेंत खाने की सजा मिली।
chandra shekhar azad family
चंद्रशेखर आज़ाद के परिवारके सदस्यों की बात करें तो पिता का नाम श्री मान सीताराम तिवारी तथा वे परिवार के पालन पोषण के लिये भावरा गांव में ही नौकरी किया करते थे। उनकी माताजी की अगर बात करें तो उनकी माँ का नाम श्री मति जगरानी देवी तिवारी था वे एक गृहणी थी वे सदा से चाहती थी की उनके बच्चे महान संस्कृत विद्वान् बने।
" आज़ाद " का एक भाई भी था जिसक नाम सुखदेव था। इस प्रकार उनके घर में कुल सदस्यों की संख्या 3 थी। उनके विवाह की अगर बात करें तो चंद्रशेखर आज़ाद का विवाह नहीं हुआ था क्यूंकि उन्होंने देश के खातिर छोटी सी उम्र में अपने जीवन की क़ुरबानी दे दी थी। उनके लिए देश पहले था और सब बाद में वे एक सच्चे देश भक्त थे।
" आज़ाद " का एक भाई भी था जिसक नाम सुखदेव था। इस प्रकार उनके घर में कुल सदस्यों की संख्या 3 थी। उनके विवाह की अगर बात करें तो चंद्रशेखर आज़ाद का विवाह नहीं हुआ था क्यूंकि उन्होंने देश के खातिर छोटी सी उम्र में अपने जीवन की क़ुरबानी दे दी थी। उनके लिए देश पहले था और सब बाद में वे एक सच्चे देश भक्त थे।
chandra shekhar azad education - चंद्रशेखर आजाद की शिक्षा
चंद्रशेखर आजाद की अगर शिक्षा की बात करें तो आजाद ने अपनी प्राथमिक शिक्षा (Primary education)अपने गांव भावरा ,मध्यप्रदेश से ली और आप जानते है की आजाद की माताजी चाहती थी की उनके पुत्र संस्कृत के एक महान विद्वान् बने इस कारण आजाद उच्च शिक्षा (Higher education) के लिए एक संस्कृत पाठशाला, जो वाराणसी, उत्तर प्रदेश में थी वहां चले गए। वहां उन्होंने देश की आजादी के लिये अपनी शिक्षा को छोड़ क्रन्तिकारी बनने का नर्णय किया और एक क्रन्तिकारी दल में शामिल हो गये।
chandra shekhar azad death - चंद्रशेखर आज़ाद की मृत्यु कब हुई
ये बात तब की है जब ChandraShekhar Azad और उसका भाई सुखदेव अपने अन्य साथी मित्रों के साथ कुछ योजना बना रहे थे परन्तु तभी अचनाक वहां अंग्रेजी पुलिस कर्मियों ने उन पर धावा बोल दिया ऐसी को देखते चंद्रशेखर आजाद ने अपने भाई सुखदेव की रक्षा करनी चाही और इस कारण आजाद ने अंग्रेजो पर गोलियों की बारिश कर दी परन्तु ये सब इतना आसान नहीं था।
आजाद के सामने अंग्रेजी पुलिस कर्मियों की संख्या अत्यधिक थी परन्तु फिर भी वे उनके संग लड़ते रहे वे पूरी घायल हो गए थे और अंत में उन्होंने एक नारा देते हुए खुद को गोली मरली परन्तु उनका अंतिम नारा उन्हें हमारे दिलों में आज भी जिन्दा रखता है। वो नारा कुछ इस प्रकार था की आजाद है आजाद रहेंगे अर्थात न कभी उन अंग्रेजी पुलिसियों के पकड़े में आएगा और न अंग्रेजी सरकार उन्हें फांसी दे पायेगी। वैसे इस तथ्य की अभी तक पूरी पुष्टि नहीं हो पायी है।
आजाद के सामने अंग्रेजी पुलिस कर्मियों की संख्या अत्यधिक थी परन्तु फिर भी वे उनके संग लड़ते रहे वे पूरी घायल हो गए थे और अंत में उन्होंने एक नारा देते हुए खुद को गोली मरली परन्तु उनका अंतिम नारा उन्हें हमारे दिलों में आज भी जिन्दा रखता है। वो नारा कुछ इस प्रकार था की आजाद है आजाद रहेंगे अर्थात न कभी उन अंग्रेजी पुलिसियों के पकड़े में आएगा और न अंग्रेजी सरकार उन्हें फांसी दे पायेगी। वैसे इस तथ्य की अभी तक पूरी पुष्टि नहीं हो पायी है।
ChandraShekhar Azad Quotes And Shayari In Hindi - चंद्रशेखर आजाद के विचार और शायरी
- " दुश्मन की गोलियों का, हम सामना करेंगे, आजाद ही रहे हैं, और आजाद ही रहेंगे। " - azad slogan
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chandra shekhar azad quotes |
- 'मेरा नाम आजाद है, मेरे पिता का नाम स्वतंत्रता और मेरा पता जेल है। - azad slogan
- 'यदि कोई युवा मातृभूमि की सेवा नहीं कर सकता , उसका जीवन व्यर्थ है। - azad slogan
- 'अगर आपके लहू में आवेश नहीं है, तो ये पानी है जो आपकी रगों में बह रहा है. ऐसी जवानी का क्या मतलब अगर वो मातृभूमि के काम ना आ सके। - azad slogan
chandrashekhar azad poem and quotes
- 'दूसरों को खुद से आगे बढ़ते हुए मत देखो. प्रतिदिन अपने खुद के कीर्तिमान तोड़ो, क्योंकि सफलता आपकी अपने आप से एक लड़ाई है - chandrashekhar azad slogan
- .'मैं ऐसे धर्म को मानता हूं, जो स्वतंत्रता समानता और भाईचारा सिखाता है। - chandrashekhar azad slogan
- " चिंगारी आजादी की सुलगती मेरे जिस्म में हैं. इंकलाब की ज्वालाएं लिपटी मेरे बदन में हैं. मौत जहां जन्नत हो यह बात मेरे वतन में है. कुर्बानी का जज्बा जिंदा मेरे कफन में है। " - chandrashekhar azad slogan
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chandrashekhar azad shayari |
chandra shekhar azad facts in hindi
- क्या आप जानते हो की इलाहाबाद के पार्क का नाम चंद्रशेखर आजाद पार्क क्यों पड़ा क्योंकि वहां उनका निधन हुआ था इस कारण उस पार्क को स्वतंत्रता के बाद चंद्रशेखर आजाद पार्क रखा गया। - chandrashekhar azad fact
- क्या आप जानते हो की जो आजाद का गांव था पहले क्या नाम था और अब क्या नाम है।
- तो आपको बता दे मध्य प्रदेश के जिस गांव में आजाद रहा करते थे उस गांव का पहले नाम धिमारपुरा था परन्तु अब उसे बदलकर आजादपुरा रख दिया गया।
- उनकी मृत्यु से कुछ क्षण पहले उनके मुख पर एक नारा था " आजाद है आजाद रहेंगे। " - chandrashekhar azad fact
- आज़ाद अपने बाल्य काल में ही क्रन्तिकारी बन गए उनका सबसे पहला क्रन्तिकारी दल " हिन्दुस्तान प्रजातन्त्र संघ " था।
- चंद्रशेखर आज़ाद को पहली सजा 15 कोड़े की मिली थी।उन्होंने हर कोड़े " वंदे मातरम " का नारा लगा कर खाये। इसके बाद से ही उन्हें सार्वजनिक रूप से 'आजाद' पुकारा जाने लगा। - fact about chandrashekhar azad
- उन्होंने लाला लाजपत राय की मौत का बदला लेने के बाद आजाद ने लाहौर की दिवारों पर खुलेआम परचे चिपकाए और परचों पर लिखा कि लाला लाजपत राय की हत्या का बदला ले लिया गया है।
- चंद्रशेखर आजाद सदैव स्वतंत्रता को अपना पिता मानते थे।
- चंद्रशेखर आजाद बालक क्रांतिकारी होने के साथ-साथ एक तगड़े निशानेबाज भी थे। - fact about chandrashekhar azad
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Last Line For Chandra Shekhar Azad Quotes In Hindi
सर्वश्रेष्ठ और महान क्रांतिकारी chandrashekhar azad jayanti पर बताये गए ये chandrashekhar azad quotes and slogan अगर आपको पसंद आएं है तो अपने विचार कमेंट बॉक्स में दर्ज करे और हमे बताएं की उस महान आत्मा के प्रति आपके क्या विचार है। साथ ही ऐसे और भी कोट्स और मजेदार तथ्यों पढ़ने के लिए हमें इंस्टाग्राम ,फेसबुक ,ट्विटर पर फॉलो जरूर करें। क्युकी आपका साथ हमे मोटिवेशन देता है।
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